इस दुनिया को बोलो कितना खार करेंगे


सजल
समांत- आर
पदांत- करेंगे
मात्रा भार- 24
मात्रा पतन- *


इस दुनिया को बोलो कितना खार करेंगे।
हम अपनों पर कितना   अत्याचार करेंगे।। 

आज सड़क के अगल-बगल  पत्थर हैं कितने,
 पत्थर से क्यों, व्यर्थ   किसी पर वार करेंगे।।

जीत रहें हैं दिल हम      मीठी बातें कर के
हम अब  कड़वा बोल बोल क्यों  रार करेंगे।।

इस  दुनिया  की सोच सोच कर बातें प्यारे,
तन अपना  क्यों भला रोज बीमार करेंगे।।

  हम पहले से, त्रस्त गरीबी      बेकारी से
अब इनका बोलो कैसे      बढ़वार करेंगे।।

        🙏 *सुरेश पैगवार* 🙏
                  जाँजगीर

Comments

Popular posts from this blog

धधकता छाती मोर छत्तीसगढ़ी गीत

हास्य गीत- गोरी हो या काली हो