हास्य गीत- गोरी हो या काली हो

😁🤓😃 *हास्य गीत* 😃🤓

गोरी हो या      काली भेजो,
घर मेरे        घरवाली भेजो,
थोड़ी तो   खुशहाली  भेजो,
इतनी मत    बेहाली   भेजो।।

मैं भी कब तक रहूँ अकेला,
जल्दी इक दिल वाली भेजो - - - - --!

🌲🌳🌚🌳🌲
भेजोगे  तो    आली   भेजो,
थोड़ी सी    मतवाली  भेजो,
अगर साथ में भेज सको तो,
इक प्यारी सी  साली  भेजो।।

कब तक   होगा रो ना  धोना,
खुशियों की इक प्याली भेजो - - - - - -!

🌲🌳⛄🌳🌲
दिल्ली की दिल वाली भेजो,
या लड़की    बंगाली   भेजो,
अगर यहाँ  ना  दाल गले तो,
चीनी  या  नेपाली      भेजो।।

अल्टो वल्टो  खूब चढ़ा मैं
अब  फर्र्राटे    वाली   भेजो - - - - - - - !

🌲🌳🌝🌳🌲
कड़की ना   कंगाली  भेजो,
सौ सोने की    थाली  भेजो,
भेज सको तो  शीघ्र भेजना,
कुछ तो ठाठ निराली भेजो।।

फाँके में जीना क्या जीना,
जोरू  दौलत  वाली भेजो - - - -।।।

      🙏  *सुरेश पैगवार* 🙏
               जाँजगीर

Comments

Popular posts from this blog

धधकता छाती मोर छत्तीसगढ़ी गीत