हिंदी भाषा मानिए



हिंदी दिवस के अवसर पर प्रस्तुत है कुण्डलिया      

      🌹 *कुण्डलिया* 🌹

हिंदी भाषा मानिये, इस जग का सिरमौर।
देना होगा आप को,  हिय में अपने ठौर।।
हिय में अपने ठौर , देश का भाग जगाओ।
सभी करें सम्मान, नियम ऐसे कुछ लाओ।
कह सुरेश कवि राय,   बने माथे की बिंदी।
भारत माँ की शान, रहे जी सब की हिंदी।।
                
              (2)
हिंदी को पहचान दें,       हिंदी को दें मान।
भारत देश महान है,      करें सदा सम्मान।।
करें सदा सम्मान,       मोह अंग्रेजी  त्यागें।
निज भाषा रख ध्यान,समय है अब तो जागें।
मस्तक में धारण करें,   जस माथ की बिंदी।
भरे एकता रंग,        सबल बन भाषा हिंदी।।

                 (3)
भाषा सरल सबल यहाँ, सरल सहज सब लोग।
सब को अपना जानकर,करें अथक सहयोग।।
करें अथक सहयोग,       तभी तो बने अखंडा।
प्यारा भारत देश,              रहा है ऊँचा झंडा।
कह सुरेश समझाय,        रखें हिंदी से आशा।
जन-जन में हो व्याप्त,      हमारी हिंदी भाषा ।।

           🙏 *सुरेश पैगवार*🙏
                    जाँजगीर

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